Saturday, August 24, 2013

दिल तोड़ तुझे जाने की इजाजत आज भी हैं...



हमने जो की थी मुहब्बत आज भी हैं....


तेरी वो जुल्फों की चाहत आज भी हैं...

रात कटती हैं आज भी तेरे ख्यालों में...

दीवानों सी वो मेरी हालत आज भी हैं...

किसी और के तसवुर को उठती नहीं...

बेमान आँखों में थोड़ी सी शरारत आज भी हैं...

चाह के एक बार फिर छोड़ देना तू...

दिल तोड़ तुझे जाने की इजाजत आज भी हैं...

3 comments:

  1. are keshari ji jan le lo aap to ese 2 post krke

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    1. hahahaha :D kal dekhi thi Akash Vani maine wahi se likhaa hai.. achhi lagi to socha share kar du

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